Ratangarh Mata Mandir:-
जगमग हुआ रतनगढ़ धाम दतिया
पार्किंग स्थल
रतनगढ़ माता मंदिर
यहां वाहन रोककर 7 किमी पैदल चलकर रतनगढ़ मंदिर पहुंचना होगा।
पहली बार रतनगढ़ माता मंदिर की दूल्हा देव पार्किंग से लेकर मंदिर की तक सात किमी लंबी लाइटों की रोशनी।
लख्खी मेला की तैयारी • पहली बार सर्पदंश पीड़ितों के लिए अलग मार्ग, इस बार सभी वाहन 5 से 7 किमी दूर पार्क होंगे
2 दिन का लख्खी मेला; तैनात रहेंगे 3 हजार अधिकारी-कर्मचारी
दतिया रतनगढ़ माता मंदिर का भाईदोज पर लगने वाला लख्खी मेला इस बार दो दिन रहेगा। इसका मुख्य कारण यह है कि दीपावली के लक्ष्मी पूजन की तिथि दो दिन पड़ रही हैं इसलिए भाईदोज भी दो दिन मनेगी। लेकिन तीन हजार अधिकारी, कर्मचारियों को रतनगढ़ माता मंदिर पर तीन रातें और दो दिन बिताने होंगे। कलेक्टर-एसपी से लेकर सभी अधिकारी, कर्मचारी दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के तत्काल बाद रतनगढ़ मंदिर पर ड्यूटी करने पहुंच जाएंगे।
कलेक्टर से लेकर कर्मचारी तक के वाहन पांच किमी दूर होंगे पार्क, पैदल ही जाना होगा पहली बार लख्खी मेले में कलेक्टर और एसपी के वाहनों से लेकर सबसे छोटे कर्मचारी के वाहन भी मंदिर से पांच किमी दूर नदी से पहले ही बसई मलिक पर पार होंगे। कलेक्टर संदीप माकिन ने मेले के दौरान ड्यूटी करने वालों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर कलेक्टर का वाहन भी आगे जाए तो नहीं जाने देना है। जो भी अधिकारी, कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे वे अपने वाहन बसई मलिक पर ही पार्क करेंगे। कोई भी वाहन बार बार नहीं आएगा न जाएगा।
रतनगढ़ माता मंदिर पर लख्खी मेले में आने वाली लाखों की भीड़ में इस बार सर्पदंश पीड़ितों के लिए अलग से मार्ग बनाया जाएगा। इस मार्ग से सिर्फ सर्पदंश पीड़ितों को ही स्ट्रेचर पर लेटाकर नदी से रतनगढ़
माता मंदिर और वहां से कुंवर बाबा मंदिर तक ले जाया जाएगा। इसका मुख्य कारण यह है कि नदी में स्नान करने के बाद सर्पदंश पीड़ित को मैहर आ जाते हैं और वह बेहोश हो जाता है। बेहोशी की हालत में ही उसे नदी
से रतनगढ़ माता मंदिर तक कंधों या फिर स्ट्रेचर पर ले जाया जाता है। जब कुंवर बाबा मंदिर पर पहुंचता और नीम के पत्ते से झारा लगाया जाता है तब वह होश में आता है।
लख्खी मेले में इस बार पुलिस
मुख्यालय से दो हजार का बल मिला है। इसमें से करीब 500 जवान दतिया जिले के हैं। जबकि शेष भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर समेत अन्य जिलों से उपलब्ध हुए हैं। तीन एएसपी रैंक के अधिकारी, 9 डीएसपी, बांकी इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, प्रधान आरक्षक और आरक्षक शामिल हैं। इसके अलावा फोरेस्ट, होमगार्ड, परिवहन विभाग, आबकारी, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका समेत दूसरे विभागों के अधिकारी, कर्मचारी लगाए गए हैं।
जगह जगह चलेंगे भंडारे
रतनगढ़ माता मंदिर पर लख्खी मेले के लिए दतिया शहर से ही भंडारे लगना शुरू हो जाएंगे।
दतिया शहर में झांसी चुंगी से लेकर बम बम महादेव तक, न्यू बायपास और बस स्टैंड बायपास पर जगह जगह भंडारे, भजन कीर्तन एक नवंबर को रात से शुरू हो जाएंगे। दतिया शहर से थरेट तक 100 से ज्यादा
जगहों पर भंडारे लेंगे। करने वाले लोग श्रद्धालुओं को रोककर प्रसाद बांटते हैं।