Ratangarh Mata Mandir Sindh Nadi Ka Pul Hua Prarambh

Ratangarh Mata Mandir-
रतनगढ़ पुल आमजन के लिए सोमवार को खोल दिया गया- 11-Mar-2024 

आखिरकार श्रद्धालुओं को रतनगढ़ माता और कुंअर बाबा के दर्शन करने के लिए 50 किमी का अतिरिक्त फेरा नहीं लगाना पड़ेगा या नदी के बीच से होकर नहीं जाना होगा। 62 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार रतनगढ़ पुल आमजन के लिए सोमवार को खोल दिया गया और इसी के साथ दो पहिया वाहन सहित अन्य वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई। 15 मार्च से चार पहिया वाहनों के आवागमन की अनुमति होगी। मालूम हो कि, अगस्त 2021 में सिंध नदी में आए सैलाब के बीच

सिंध नदी पर बना पुल तिनके की तरह वह गया था। इससे रतनगढ़ मंदिर (Ratangarh Mata Mandirकी और आवागमन पर पूरी तरह से रोक लग गई थी। श्रद्धालु 50 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाकर सेंवढ़ा के डिरोलीपार लोकेंद्रपुर और डबरा के गिजौरां होते हुए रतनगढ़ मंदिर की ओर जा रहे थे। अब 32 महीने बाद रतनगढ़ बहुउद्देशीय परियोजना के तहत 62 करोड़ रुपए की लागत से पुल बनकर तैयार हो चुका है। पुल का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी को वर्चुअल तरीके से किया था। सोमवार को पूरे विधिविधान के साथ पूजा अर्चना करने के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए पुल को चालू कर दिया गया।

पुल के उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद अतिथि। वैदिक रीति से पूजन के बाद चालू किया पुल: सोमवार को रतनगढ़ माता मंदिर के पुजारी पं. राजेश कटारे द्वारा पुल पर पूजाअर्चना की गई। इसके बाद ही पुल आमलोगों के तथा दो पहिया वाहनों के लिए खोला गया। कार्यक्रम में मौजूद विधायक प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि पुल का औपचारिक उद्घाटन पीएम वर्चुअल तरीके से कर चुके थे। क्षेत्रवासियों की इच्छा थी कि पूजन के उपरांत ही पुल से लोगों की आवाजाही हो इसके लिए दोनों ओर जाली लगाकर फिलहाल इसे रोका गया। माई के आशीर्वाद एवं पूजाअर्चना उपरांत पुल को आमलोगों के लिए समर्पित किया गया है।

Ratangarh Mata Mandir-

बाढ़ से बचाने के लिए पुल की ऊंचाईलंबाई बढ़ाई-

2013 में रतनगढ़ माता मंदिर पर हुए हादसे के बाद तत्कालीन सीएम ने नया पुल बनाने की घोषणा की थी। वर्ष 2017 में नए पुल का काम शुरू हुआ लेकिन वर्ष 2018 में आई रतनगढ़ बहुउद्देशीय परियोजना आने के बाद निर्माणाधीन पुल नदी के डूब में गया। इसके बाद वर्ष 2021 में बाढ़ गई जिससे पुल बह गया। अब नए पुल की ऊंचाई बढ़ाकर 25 मीटर लंबाई 1184 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर रखी गई ताकि भविष्य यदि बाढ़ का खतरा पैदा हो तो भी पुल को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।

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 FAQs of Ratangarh Mata Mandir-

How to Reach Ratangarh Mata Mandir- 

Ratangarh Mata Mandir Reached Via Road by Private Vehicle 

From Datia, Gwalior , Jhansi & Bhind to Ratangarh Mata Mandir (Ratangarh Dham Datia)

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